कोलंबो: श्रीलंका में आर्थिक संकट के दौरान सरकार के विरोध में सड़कों पर उतरे विरोध प्रदर्शनकारियों पर लगाम लगाने के लिए मई की शुरुआत में लगाया गया आपातकालीन नियमों को लागू करने की अवधि शुक्रवार को समाप्त हो गयी।
शनिवार को समाचार रिपोर्टों में यह जानकारी दी गयी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे ने मई की शुरुआत में दूसरी बार आपातकाल लगाया था, जिससे सुरक्षा बलों को व्यापक शक्तियां मिल गयी थीं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आपातकाल नियमों को मंजूरी के लिए संसद में पेश करने की जरूरत है लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं करने का फैसला किया है।
स्वतंत्रता के बाद से सबसे खराब आर्थिक संकट के मद्देनजर श्रीलंका में ना केवल सरकार विरोधी उग्र प्रदर्शन हुए बल्कि कई राजनेताओं के घरों को या तो आग के हवाले कर दिया गया या फिर क्षतिग्रस्त कर दिया गया। इसके कारण सरकार ने पूरे देश में आपातकाल लागू कर दिया था।
