शिवानी उपमन्यु
20 नवंबर , विशाल इंडिया
नोएडा : मंगलवार को फ़ाउंडेशन फॉर रिलीज्यस हरमनी एंड यूनिवर्सल पीस द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन का आयोजन नोएडा प्रेस क्लब में हुआ ।
इस सम्मेलन में शांतिदूत आचार्य डॉ लोकेश मुनि मुख्य अतिथि के रूप में इस सम्मेलन को को संबोधित करते हुये उन्होने कहा कि- धर्म व विश्व में शांति स्थापना के लिए भारत अपना महत्वपूर्ण योगदान निभा रहा है ।
आपको बता दें कि – विश्व धर्म संसद 2018 का कनाडा में बीते दिनो आयोजन हुआ। जिसे भारत के शांतिदूत व जैन धर्म के गुरु डॉ आचार्य लोकेश मुनि ने संबोधित किया था ।इस वर्ष विश्व धर्म संसद में कुल 80 देशो के 10000 प्रतिनिधियों ने भाग लिया ।
जानकारी के लिए बता दें कि यह वही विश्व धर्म संसद है जिसमें स्वामी विवेकानंद ने सन 1893 में शिकागों में संबोधित करते हुये विश्व का ध्यान भारत की आध्यात्मिक धरोहर की ओर दिखाया ।
आपको बता दें कि- इससे पहले भी आचार्य डॉ लोकेश मुनि ने विश्व धर्म संसद – 2015 को अमेरिका के साल्ट लेक सिटि में उद्घाटन समारोह को संबोधित किया था ।
आचार्य डॉ लोकेश मुनि ने संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुये कहा कि – जिस विश्व धर्म संसद को भारत में जन्म लेने वाले स्वामी विवेकानन्द द्वारा विश्व में संबोधित किया जा चुका है उसी विश्व धर्म संसद का आयोजन हमारे देश में भी होना चाहिए । आचार्य मुनि ने आगे कहा कि- हमने भारत सरकार से अपील की है कि- विश्व धर्म संसद में विवेकानंद द्वारा सम्बोधन की 125वी वर्षगांठ पर विश्व धर्म संसद का आयोजन किया जाना चाहिए ।
उन्होने अपने सम्बोधन में आगे कहा कि- आज हम जिस दौर से गुजर रहें हैं उस मौजूदा हालात में हिंसा तनाव,आतंकवाद,असमानता जैसे तमाम समस्यायों से पूरा विश्व गुजर रहा है ऐसे समय पर अंतरधार्मिक संवाद की बहुत ज्यादा आवशयक है ।
ऐसा इस लिए क्यूंकी हिंसा और आतंकवाद किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकतें । संवाद के द्वारा अहिंसात्मक शैली पर संवाद द्वारा ही हर समस्या का समाधान संभव है । किसी भी युद्ध के बाद हम संवाद द्वारा ही समस्या का समाधान निकालते हैं तो क्यों न हम युद्ध से पहले ही इस संवाद द्वारा विश्व में शांति स्थापित करने के लिए एक प्रयास करें ।
उन्होने अपने सम्बोधन में यह भी कहा कि- धर्म ने ही सभ्यता को जन्म दिया है धर्म के माध्यम से ही समाज एकजुट होता है । विश्व के सभी धर्म एकता भाईचारा व सद्भावना का मार्ग प्रशस्त करते है । धर्म हमें जोड़ने का काम करता है न कि तोड़ने का ।
हमें अपने अस्तित्व व विचारों के साथ दूसरों के अस्तित्व व विचारों का भी सम्मान करना चाहिए । पर्यावरण प्रदूषण हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है । इस समस्या का हमें एकजुट होकर समाधान निकालना चाहिए ।
इस संवाददाता सम्मेलन को FRHUP के महासचिव कर्नल तेजेन्द्र पाल त्यागी, स्वामी महामंत्र दास तथा अन्य कई धर्म गुरुओ ने संबोधित किया ।