21 नवंबर , विशाल इंडिया
राजस्थान : राजस्थान में विधान सभा चुनाव से ठीक पहले वसुंधरा राजे सरकार के 4 मंत्री बागी हो गए हैं. बागी हुए चारों मंत्री अब निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर अपनी किस्मत आजमाने के लिए चुनावी मैदान में कूद चुके हैं. चारों मंत्रियों के इस कदम बीजेपी न केवल सकते में है, बल्कि उन्हें बनाकर विधान सभा चुनाव में संभावित नुकसान को रोकने की कोशिश में जुटी हुई है।
दरअसल, वसुंधरा राजे सरकार के ये चारों मंत्री अपनी टिकट कटने से नाराज है। बीजेपी को यह डर सता रहा था कि सत्ता विरोधी लहर और लोगों की नाराजगी के चलते चारो मंत्री चुनाव हार सकते हैं । लिहाजा, बीजेपी आलाकमान ने चारों मंत्रियों का टिकट काट कर दूसरे उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतार दिया।
बीजेपी ने अपने जिन चार मंत्रियों की टिकट काटी है, उसमें जयदाय मंत्री सुरेंद्र गोयल, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री हेम सिंह भडाना, देवस्थान राज्य मंत्री राजकुमार रिणवा और पंचायती राज्य मंत्री धनसिंह रावत शामिल हैं। सुरेंद्र गोयल राजस्थान की जैतारण, थानाकाजी से हेम सिंह भडाना, रतनगढ़ से राजकुमार रिणवा और बांसवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से धनसिंह रावत विधायक थे।
मंत्रियों की जगह इनको मिला टिकट
सूत्रों के अनुसार, बीजेपी आलाकमान ने अपने चारों मंत्रियों पर भरोसा करने की जगह चारों सीटों ने नए प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है. बीजेपी ने जिन उम्मीदवारों को अपना प्रत्याशी बनाया है, उनमें जैतारण सीट से अविनाश गहलौत, थानाकाजी से डॉ. रोहिताश्व शर्मा, बांसवाडा से अखडू महिरा और रतनगढ़ अभिनेष महर्षि शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि थानाकाजी से बीजेपी उम्मीदवार डॉ. रोहिताश्व शर्मा विधान सभा चुनाव 2008 में अपनी किश्मत बीजेपी की टिकट पर आजमा चुके हैं। इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
उल्लेखनीय है कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट इस बार टोक से चुनाव लड़ रहे हैं. सचिन पायलट को चुनौती देने के लिए बीजेपी ने अपने अल्पसंख्यक चेहरे को इस सीट से उतारा है।