विशाल इण्डिया- जावेद सिद्दीकी
बसखारी,अम्बेडकरनगर । बसखारी कस्बे के प्राचीन अशरफी जामा मस्जिद के पेश इमाम मौलाना हाजी इमामुद्दीन के इंतकाल से बसखारी की जनता ने एक विद्वान एवं प्रसिद्ध शख्सियत को खो दिया है।मौलाना इमामुद्दीन क्षेत्र के इस्लाम धर्म के जानकार के साथ बसखारी के हिंदू मुस्लिम दोनों संप्रदायों के लोगों के लिए आदरणीय थे लोग बड़े सम्मान एवं अदब के साथ मौलाना हाजी इमामुद्दीन की बातों का पालन करते थे शांति के प्रतीक एवं मुस्लिम धर्म के विद्वान को खोकर बसखारी की जनता की अपूर्ण क्षति हुई है जिसकी भरपाई करना नामुमकिन है।मौलाना हाजी इमामुद्दीन का बुधवार को इंतकाल हो गया था जिनका बृहस्पतिवार को घुरहूपुर स्थित कब्रिस्तान परिसर में सुपुर्द ए खाक किया गया। सुपुर्द ए खाक के अवसर पर क्षेत्र की भारी जनता उनके अंतिम दर्शन के लिए कब्रिस्तान पहुंचे।इस दौरान मोहम्मद जुमेराती राईन, पूर्व प्रधान अब्दुल कलाम, मोहम्मद जावेद राईन,मोहम्मद इरशाद राईन, इजहार,वरिष्ठ समाजसेवी शरद यादव, मौलाना गुफरान, मौलाना अनवर, मौलाना रईस, अहमद अंसारी, मुन्ने खान,मो इरफान,राजा बाबू,सैय्यद अजीज अशरफ, प्रमोद चौरसिया,अमर सिंह यादव,रमेश,मोनू, सोनू, आफताब,शोएब, अफजल राईन सहित बसखारी के अन्य शख्सियत मौजूद रहे।