बुलंदशहर। उत्तर प्रदेश की बुलंदशहर जिला पुलिस ने 193 दिन से लापता बीएसएफ के हवलदार रामपाल सिरोही की हत्या का खुलासा करते हुए पुलिस उसके पुत्र समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार उनकी निशानदेही पर नलकूप के कुएं से कंकाल बरामद कर लिय ।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अगौता इलाके में सेगा जगतपुर निवासी रामपाल बीएसएफ में हवलदार था और उसकी तैनाती पोखरण जैसलमेर (राजस्थान) में थी। रामपाल अपने परिवार से मिलने के लिए 29 मार्च को अपने घर आया था और 30 मार्च को उसका पुत्र हिमांशु जैसलमेर जाने के लिए उसे बाबूगढ़ चौराहे पर छोड़ आया था ।
उन्होंने बताया कि रामपाल के पुत्र रोशिनदर का कहना है कि, पिता ड्यूटी पर नहीं पहुंचे, जिस पर 26 मई 2021 को अगौता थाने में उसने अपने पिता की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि जांच में चौकाने वाले तथ्य प्रकाश में आये और रामपाल की गुमशुदगी में उसके दोनों पुत्रों का ही हाथ था।
श्री सिंह ने बताया कि बाद में इस ममाले में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज हुई । उन्होंने बताया कि 11 अक्टूबर को स्वाट टीम के प्रभारी सुधीर कुमार त्यागी और अगौता के थाना प्रभारी अमर सिंह के नेतृत्व में पुलिस की संयुक्त टीम ने रामपाल के पुत्र हिमांशु को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की । हिमांशु ने जानकारी दी की उसका पिता अपने बड़े बेटे रोशिनदर की पत्नी पर बुरी नजर रखता था । विरोध करने पर विवाद होता था। पुत्र ने आरोप लगाया कि पिता घर खर्च के लिए पैसे भी नहीं देता था। इसी के चलते दोनों भाइयों ने अपने मित्र प्रशांत के साथ मिलकर रामपाल की हत्या की योजना बनाई और 30 मार्च को उसकी गन्ना काटने की बलकटी से गर्दन काट कर हत्या कर दी और सबूत मिटाने के उद्देश्य से लाश को टयूबवेल के कुएं में छुपा दिया।
उन्होंने बताया कि बड़े भाई ने योजना के अनुसार 26 मई को अगौता थाने में पिता की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने हिमांशु की निशानदेही पर ट्यूबवेल के कुएं से रामपाल की गर्दन कटी लाश और छुपा कर रखी गई हत्या में प्रयुक्त बलकटी बरामद कर ली।
एसएसपी ने बताया कि हत्या में शामिल प्रशांत को भी पुलिस ने अवैध तमंचे के साथ गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है पिता की हत्या में शामिल बड़े पुत्र को भी जल्दी ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा।
