
24 नवंबर , विशाल इंडिया/श्रीनगर/जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में शुक्रवार की शाम गोलीबारी में घायल युवक इशफाक अहमद गनी की कल देर रात मौत होने के बाद राजनीति तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने सेना (50 राष्ट्रीय राइफल) को इशफाक की हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है।
रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा कि इशफाक की हत्या अज्ञात आतंकवादियों ने बडगाम के छतरगाम सैन्य शिविर से महज 500 मीटर की दूरी पर कर दी। बाद में हत्यारे भाग गये। वहीं स्थानीय लोगों का आरोप है कि मोटरसाइकिल सवार इशफाक को सैन्य शिविर में तैनात संतरी ने गोली मारी।
पुलिस ने गोलीबारी की घटना में इशफाक के घायल होने की पुष्टि की लेकिन घटना के बारे में विस्तार से जानकारी देने से इंकार किया।
पेशे से बढ़ई इशफाक कल शाम सेना शिविर के पास कई गोलियों के जख्म के साथ गंभीर रुप से घायल मिला था। वह मगरानपोरा स्थित अपने घर लौट रहा था। उसे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें एसएमएचएस अस्पताल रेफर कर दिया गया जहां उसकी मौत हो गई।
कर्नल कालिया ने एक बयान में कहा कि मगरानपोरा निवासी इशफाक को शुक्रवार शाम बडगाम में छतरगाममें सेना शिविर से 500 से 600 मीटर की दूरी पर आतंकवादियों ने गोली मार दी। उन्होंने कहा कि जब सैनिकों ने गोलीबारी की आवाज सुनी, तो त्वरित कार्रवाई टीम (क्यूआरटी) तुरंत घटना का पता लगाने के लिए घटनास्थल की ओर रवाना हो गया। टीम जब मौके पर पहुंची, तो उन्होंने इशफाक को खून से लथपथ पाया। उसके सिर और पैर में गोली लगी थी। उसे तुरंत छतरगाम अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें एसएमएचएस में रेफर कर दिया।
कर्नल कालिया ने बताया कि सेना शिविर पर व्यक्ति की ओर से ग्रेनेड फेंके जाने और इस पर सेना की कार्रवाई की रिपोर्ट पूरी तरह निराधार हैं।
पीडीपी प्रमुख सुश्री मुफ्ती ने इशफाक की मौत पर गहरा दुख और पीड़ा व्यक्त की है। उन्होंने एक बयान में राज्यपाल प्रशासन से सख्ती से यह सुनिश्चित करने को कहा कि सुरक्षा एजेंसियों को नागरिकों की सुरक्षा और अभियान के दौरान क्षति से परहेज करने के लिए उत्तरदायी बनाया जाये।
उन्होंने मारे गये युवक के परिजनों को मुआवजा देने और घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने की भी मांग की।