इस्लामाबाद : पाकिस्तान के कराची विश्वविद्यालय में हाल ही में हुए विस्फोट में तीन चीनी शिक्षकों की मौत की घटना ने देश में चीनी नागरिकों की सुरक्षा करने में इस्लामाबाद की काबिलियत पर चीन के अधिकारियों के मन में शंका पैदा कर दिया है।
डॉन समाचार पत्र ने रविवार को अपनी रिपोर्ट में यह जानकारी दी है। इस विस्फोट की वजह से पाकिस्तान से चीनी नागरिक डरकी भले ही न भागे हो, लेकिन इससे निश्चित रूप से दो देशों के रिश्तों में कुछ दरार जरूर आई होगी।
सीनेट रक्षा समिति के अध्यक्ष सीनेटर मुशाहिद हुसैन ने इस्लामाबाद में चीनी दूतावास के अधिकारियों के साथ बैठक के बाद यह माना कि,“देश में चीनी नागरिकों की सुरक्षा कर पाने में पाकिस्तान की सुरक्षा प्रणाली की क्षमता में चीनी अधिकारियाें का विश्वास डगमगयाया है।”
गौरतलब है कि कराची विश्वविद्यालय पर हुआ यह हमला एक साल में पाकिस्तान की जमीन पर चीनी नागरिकों पर तीसरा आतंकवादी हमला था।
