लखनऊ : केन्द्र सरकार की सैन्य बलों में भर्ती के लिये अग्निपथ योजना के ऐलान के विरोध में गुरूवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में युवाओं ने प्रदर्शन किया और योजना को वापस लेने की मांग की।
मेरठ,बुलंदशहर और आगरा समेत कुछ शहरो में जुलूस,नारेबाजी और जाम की घटनाये प्रकाश में आयी जिससे आम जनजीवन पर कोई असर नहीं पड़ा। बहुजन समाज पार्टी (बसपा),समाजवादी पार्टी (सपा), आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस ने अग्निपथ योजना का विरोध कर इसे युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताया है।
मेरठ से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार अग्निपथ योजना के तहत सेना भर्ती की नई प्रक्रिया लागू करने के विरोध में युवाओं ने भारी प्रदर्शन करते हुए इस निर्णय को वापस लेने के लिये तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर अगर फैसला वापस न लिया गया तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के छात्र दिल्ली कूच करेंगे और इस दौरान हाईवे और एक्सप्रेस वे को पूरी तरह जाम कर दिया जायेगा।
मेरठ के कमिश्नर को दिये गये एक ज्ञापन में प्रदर्शनकारी छात्रों ने यह मांग की है। छात्रों की बड़ी संख्या को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों के आदेश पर कमिशनरी का मुख्य द्वार बन्द करवाया गया। बाद में युवाओं के प्रतिनिधियों ने अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन वहां मौजूद अधिकारियों को सौंपा। इसके अलावा मेरठ की चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के छात्र संघ ने भी आगामी 26 जून को इसके विरोध में प्रदर्शन करने की घोषणा की है।