नयी दिल्ली : दिल्ली सरकार हरित क्षेत्र को बढ़ाने और हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए राजधानी में 10 लाख पौधे लगाएगी।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली का हरित क्षेत्र बढ़ाने के केजरीवाल सरकार के प्रयासों का जिक्र करते हुए गुरुवार को कहा,“ सरकार दिल्ली के निवासियों को स्वच्छ हवा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में हम दिल्ली के ग्रीन कवर को लगातार बढ़ा रहे हैं। इसे जारी रखते हुए केजरीवाल सरकार अगले मानसून से पहले 10 लाख पौधे लगाएगी। पिछले कुछ वर्षों में दिल्ली का ग्रीन कवर बढ़ा है और 10 लाख पौधे लगाने के बाद यह हरित क्षेत्र दिल्ली के लिए नए ‘ग्रीन लंग्स’ की तरह काम करेगा|”
उन्होंने कहा ,“ यह एक निवेश की तरह है जो हमारे नागरिकों को बेहतर वातावरण के साथ बेहतर स्वास्थ्य प्रदान करेगा। इस परियोजना के एक हिस्से के रूप में दक्षिणी रिज क्षेत्र के असोला भट्टी वन्यजीव अभयारण्य, डेरा, मंडी, घिटोरनी, मैदानगढ़ी, रंगपुरी, तुगलकाबाद, पुल पहलादपुर और रजोकरी में स्थित वन क्षेत्र का बड़ा हिस्सा कम सघन है| यहां वन क्षेत्र को सघन करने के लिए लाखों की संख्या में पेड़ लगाए जाएंगे और अन्य प्रजाति के पौधों को नुकसान पहुँचाने वाली प्रजातियों के पेड़-पौधों को हटाने का काम भी किया जाएगा| साथ ही यहां मिट्टी की नमी के संरक्षण सबंधी उपायों को अपनाते हुए पर्यावरण को बहाल करने का काम किया जाएगा|”
उपमुख्यमंत्री ने हाल ही में हुए व्यय वित्त समिति (ईएफसी) की बैठक में 140.74 करोड़ रुपये लागत के इस परियोजना को मंजूरी दी।
उल्लेखनीय है कि वन विभाग द्वारा इस साल मानसून से पहले ‘मिशन मोड’ में इन वन क्षेत्रों में छह लाख से अधिक पौधे लगाए जाएंगे और अगले मानसून में चार लाख पौधे लगाए जाएंगे| इन पौधों में अरावली की देशी प्रजातियों के साथ वन विभाग के अपग्रेडेड नर्सरी में विशेष रूप से उगाए गए पौधों की प्रजातियां शामिल हैं। पौधारोपण और उनके संरक्षण का काम दिल्ली वन विभाग द्वारा नियुक्त किए गए ‘इको टास्क फ़ोर्स’ द्वारा किया जाएगा|
