जौनपुर : उत्तर प्रदेश में जौनपुर के सरावां में स्थित शहीद लाल बहादुर गुप्त स्मारक पर आज हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी व् लक्ष्मी बाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओ ने समाज सुधारक राजा राम मोहन राय की 249 जयंती मनाई ।
इस अवसर पर कार्यकर्ताओ ने शहीद स्मारक पर मोमबत्ती व् अगरबत्ती जलाई ।
शहीद स्मारक पर उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए लक्ष्मीबाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि समाज सुधारक और ब्रह्म समाज के संस्थापक श्री राय का जन्म बंगाल के हुगली जिले के राधानगर गाँव में 22 मई 1772 को एक रूढ़िवादी ब्राह्मण परिवार में हुआ था । उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद वे समाज सेवा का कार्य करने लगे । भारत में पुनर्जागरण के जनक कहे जाने वाले राजा राम मोहनराय ने महिलाओ के अधिकारों के लिए संघर्ष किया । श्री राय सती प्रथा के खिलाफ थे। इसलिए वे सती प्रथा व बाल विवाह जैसी कुरीति के उन्मूलन व् विधवा पुनर्विवाह का मार्ग प्रशस्त किया था । श्री राय मूर्ति पूजा , कट्टरपंथी ,धार्मिक कर्मकांडों , धर्मान्धता और अंधविश्वास के भी खिलाफ थे । उन्होंने कहा कि श्री राय ने पत्रकारिता के क्षेत्र में संवाद कौमुदी , मिरात-उल -अखबार व बंगाल दूत जैसे समाचार पत्रों का सम्पादन किया ।
उन्होंने कहा कि श्री राय ने 19 वीं सदी में सामाजिक सुधार किया था । उन्होंने 1828 में ब्रह्म सभा की स्थापना की जिसे बाद में ब्रह्म समाज के नाम से जाना गया जिसकी 20 वीं सदी में गति धीमी पड़ गई । सुधारक का कार्य करते हुये श्री राय 27 सितम्बर 1833 को इस संसार को छोड़ कर हमेशा के लिए चले गए ।
इस अवसर पर धरमसिंह ,मैनेजर पाण्डेय ,अनिरुद्ध सिंह ,दिशा ,व् मंजीत कौर सहित अनेक लोग मौजूद रहे ।
