श्रीनगर : नेशनल कांफ्रेस (नेकां) के अध्यक्ष फारूख अब्दुल्ला ने रविवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के दोनों संभागों के लोगों के सामने जो मुद्दे हैं, वे एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं।
उनकी पार्टी को मुख्यधारा के अन्य राजनीतिक दलों से परिसीमन आयोग के समक्ष दिये गये प्रस्ताव पर भाजपा की मांगों को प्रतिध्वनित करने के लिए आलोचना का सामना करने के बारे में पूछे जाने पर डॉ. अब्दुल्ला ने कहा, “आप क्यों चिंतित हैं। चिंता करने की कोई बात नहीं है। जम्मू के अलग मुद्दे हैं, जबकि कश्मीर के अलग मुद्दे हैं।”
श्री अब्दुल्ला अपनी मां बेगम अकबर जहां की 21वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी कब्र पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते प्रभुत्व का क्या कश्मीर पर कोई प्रभाव पड़ेगा, यह पूछे जाने पर डॉ. अब्दुल्ला ने कहा कि वह अफगानिस्तान में शांति स्थापना के लिए ईश्वर से प्रार्थना करेंगे।
उन्होंने कहा, “अफगानिस्तान एक अलग देश है। मैं ईश्वर से उस देश में शांति लाने की प्रार्थना करता हूं। और जो अफगानिस्तान में रहने वाले लोगों के लिए सबसे अच्छा हो, वह करें। मैं इससे ज्यादा कुछ नहीं कह सकता।”