कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में बुधवार की रात एक कुएं की स्लैब टूट जाने के चलते 13 लोगों की कुएं में गिरने से मौत हो गई थी। इस घटना में कई अन्य लोग घायल थे। इनमें से कुछ को इलाज के बाद घर भेज दिया गया था। शुक्रवार को अचानक इनमें से कुछ की तबीयत बिगड़ गई। घायलों की तबीयत बिगड़ने पर 13 लोगों की मौत का मातम झेल रहे नौरंगिया में गांववाले चिंतित हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने एंबुलेंस बुलाकर सभी घायलों को बेहतर इलाज के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया।
इसके पहले इस हादसे में मारे गए सभी 13 लोगों का गुरुवार को अंतिम संस्?कार किया गया था। नौरंगिया गांव बुधवार की रात हुए हादसे को भूल ही नहीं पा रहा है। इसी दौरान शुक्रवार को दुर्घटना में मारी गई परी उर्फ प्रियांशी की मां माला, परी के भाई अंश, परी की मौसी पायल, प्रीति मिश्रा, काजल, पुष्पा, अनुप्रिया, रम्भा, तन्नू विश्वकर्मा, मां लीलावती और अर्जुन तबीयत बिगड़ गई। सूचना पर पहुंचे थानाध्यक्ष गिरजेश उपाध्याय ने दो एम्बुलेंस बुलाकर सभी घायलों को इलाज हेतु जिला अस्पताल भेजा।
कल एक साथ की गई थी 13 अंत्येष्टि
इस दर्दनाक हादसे में मरने वालों का गुरुवार की दोपहर बाद खड्डा क्षेत्र के छितौनी-बगहा रेलपुल के नीचे पनियहवा नारायणी घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। नारायणी घाट पर 11 चिताएं एक साथ सजाई गई और फफकते हुए अपनों ने चिता में आग लगाकर मुखाग्नि दी। वहीं, हादसे में मृतक दो मासूमों को दफनाया गया। यह दृश्य देख वहां उमड़े लोग भी अपने आंखों से आंसू नहीं रोक सके।
