बेंगलुरु। कर्नाटक के उडुपी में एक प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में पांच लड़कियों को हिजाब पहनने पर क्लास करने से रोक दिया गया था। उन्होंने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि इस मुद्दे को हल करने के लिए कल कॉलेज में एक बैठक हुई थी, लेकिन इस विवाद पर कोई निष्कर्ष नहीं निकल सका। इसके बाद उन्होंने विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
कक्षाओं में हिजाब पहनने की अनुमति नहीं देने के फैसले के विरोध में पांचों लड़कियों ने हाथों में तख्तियां लेकर अपना विरोध दर्ज कराया।
19 जनवरी को छात्रों, अभिभावकों, सरकारी अधिकारियों और स्कूल प्रबंधन के बीच हुई बैठक में हिजाब विवाद के मुद्दे को सुलझाना था। हालांकि, बैठक में शामिल लोगों ने कहा कि इस दौरान कोई निष्कर्ष नहीं निकला। आपको बता दें कि यह मुद्दा एक जनवरी, 2022 से चल रहा है।
उडुपी में सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज के प्रबंधन ने छह मुस्लिम लड़कियों को हिजाब पहनने पर कक्षाओं में भाग लेने से रोक दिया गया था। कॉलेज ने इसे गाइडलाइंस के खिलाफ माना था। उन्होंने छात्रों से ड्रेस कोड का पालन करने के लिए कहा था। कॉलेज विकास समिति के अध्यक्ष और स्थानीय विधायक रघुपति भट ने कहा कि यह मुद्दा कुछ लोगों द्वारा बनाया गया था और इसका कोई मतलब नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘हिजाब को शुरू से ही कॉलेज ड्रेस के हिस्से के रूप में पहनने की अनुमति नहीं दी गई है। एक यूनिफॉर्म है जिसे हर कोई पॉलिसी के तहत पहनता है और हिजाब उसका हिस्सा नहीं है। हमने इस संबंध में सरकार को पत्र लिखा है और उनके जवाब का इंतजार कर रहे हैं।ÓÓ
