दिलशाद अब्बास – विशाल इण्डिया।
अम्बेडकरनगर। जलालपुर तहसील क्षेत्र के कटघर मूसा निवासी मौलाना सैय्यद हैदर अब्बास ने बताया कि आज ईद ए ग़दीर है। काबे में हो विलादत, मस्जिद में हो शहादत, क्या शान है अली की, क्या मरतबा मौला अली का है। मौला अली के ऐलान ए विलायत पर ईद ए गदीर अकीदत के साथ मनाई जाती है। लोग आज के दिन नए लिबास पहनते हैं और अपने घरों में महफिल व नज्र का आयोजन करते हैं। मौलाना ने बताया कि आज ही के दिन हजरत मोहम्मद साहब ने गदीर के मैदान में हजारों हाजियों के हुजूम में हजरत अली को अपना जानशीन घोषित किया। गदीर को ईद-ए-अकबर भी कहते है, यानि सबसे बड़ी ईद है। मोहम्मद साहब ने अपने जीवन के आखिरी हज के वापसी के समय आपने हजरत अली अ० को अल्लाह के आदेश पर अपना उत्तराधिकारी घोषित किया