विशाल इण्डिया- जावेद सिद्दीकी
बसखारी,अम्बेडकरनगर । सद्दाम और चंदन 31 दिसंबर 2021 को शाम को अजमेर जाने के लिए शाहगंज से ट्रेन पकड़ते हैं। जिसके बाद वह अजमेर शरीफ दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं ।चंदन और सद्दाम फोन के माध्यम से शाहगंज रेलवे स्टेशन से अपने अपने घरों पर फोन करके बताते हैं कि हम लोग दर्शन करने के लिए अजमेर शरीफ जा रहे हैं और जल्द ही दर्शन करके वापस आ जाएंगे । मगर4 जनवरी 2022 को चंदन वापस अपने घर आते हैं चंदन को अकेला देखकर सद्दाम के घरवाले चंदन से पूछताछ करते हैं कि सद्दाम कहां है ?तो चंदन बताते हैं कि अजमेर शरीफ से वह दर्शन करने के बाद जयपुर से दोनों अलग अलग हो गए थे ।क्योंकि चंदन की मोबाइल की दुकान है वह मोबाइल का स्पेयर पार्ट्स लेने के लिए दिल्ली चला जाता है। और चंदन के मुताबिक वहां से सद्दाम लखनऊ के लिए अकेला रवाना हो जाता है। मगर परेशानी घर वालों की तक बढ़ती है जब 4 जनवरी को चंदन वापस घर आ जाता है मगर सद्दाम के नही आने पर घरवालों की परेशानी बढ़ जाती है की सद्दाम कहां है ?और किस हाल में है? 1 दिन और बीत जाने के बाद घरवाले क्षेत्रीय थाना बसखारी पहुंचकर लापता होने की एफ आई आर दर्ज कराने के लिए पहुंचते हैं मगर बसखारी थाने पर 12 तारीख को सिर्फ गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की जाती है ।बसखारी पुलिस द्वारा बताई गई आखरी लोकेशन सद्दाम की मोबाइल द्वारा आगरा के करीब बताई गई वहां पर उनके परिजन पहुंचकर छानबीन करते हैं। मगर कुछ पता नहीं चलता थक हार कर वापस चले आते हैं। अपने घर सद्दाम के घरवालों के साथ ही साथ आसपास के लोगों की जुबान पर एक ही सवाल है आखिर सद्दाम कहां है? और किस हाल में है ?साथ ही साथ लोग दुआ करते हैं कि जल्दी सद्दाम सकुशल अपने घर वापस आ जाए। इसी कड़ी में कुछ लोग नाम ना बताने की शर्त पर बताते हैं कि अगर जल्द ही सद्दाम का पता नहीं चला तो विश्व प्रसिद्ध धार्मिक स्थली दरगाह किछौछा की सभी दुकानों के साथ विश्व विख्यात धार्मिक आस्ताना हजरत सैयद मखदूम अशरफ की मजार का मुख्य दरवाजा अनिश्चित काल के लिए बंद करके विरोध दर्ज कराया जाएगा। इस मामले को पुलिस प्रशासन और जिम्मेदार लोगों ने अगर संज्ञान में नहीं लिया तो एक बड़ी बंदी की तरफ दरगाह किछौछा जाएगा।